Westworld Explained in Hindi: क्रिस्टोफर नोलन की फिल्मों के दीवाने हैं तो उनके भाई की ये सीरीज देख डालो
Westworld Explained in Hindi
Westworld Explained in Hindi कहते हैं कि किसी भी चीज की लत नहीं डालनी चाहिए! दुनिया की तमाम लतों में से एक हॉलीवुड टीवी सीरीज (गेम ऑफ थ्रोन्स को छोड़ दें, वो इन सबसे बहुत आगे की चीज है), वाइकिंग्स, द लास्ट किंगडम, ब्लैक सेल्स जैसी तमाम हॉलीवुड टीवी सीरीज देखने के बाद ‘वेस्टवर्ल्ड’ देखनी शुरू की तो पता चला कि ये कुछ जानी पहचानी चीज लग रही है। कारण ये था कि पहले एपिसोड को समझने में नानी याद आ गई। फिर लगा कि हॉलीवुड में अगर कुछ चीज शुरुआत में समझ न आए तो फिर क्रिस्टोफर नोलन से जरूर उसका कुछ रिश्ता रहा होगा।
लेकिन यहां तो रिश्ता दूर का नहीं बल्कि खून का निकला। दरअसल वेस्टवर्ल्ड को जोनाथन नोलन और लीजा जॉय (पति-पत्नि) ने मिलकर एचबीओ के लिए बनाया है। जोनाथन नोलन क्रिस्टोफर नोलन के सगे भाई हैं। लीजा जॉय पर कभी बाद में लिखेंगे, क्योंकि इस महिला की कहानी बेहद दिलचस्प और प्रेरणादायक है।
क्रिस्टोफर नोलन, ये नाम किसी इंट्रोडक्शन का मोहताज तो है नहीं। हम सभी जानते हैं कि उनकी फिल्में किस तरह की होती हैं। क्रिस्टोफर नोलन की फिल्मों को समझने के लिए आपके ज्ञान चक्षु खुले हुए होने चाहिए नहीं तो आप केवल फैंटसी देखते रह जाएंगे और फिल्म आपके ऊपर से निकल जाएगी। मेरे साथ हमशे ऐसा हुआ है। इसलिए मैं उनकी हर फिल्म को लगभग तीन बार देखता हूं।
बात करते हैं क्रिस्टोफर नोलन के भाई जोनाथन नोलन की जिन्होंने अपने भाई से प्रेरणा लेकर ऐसी ही दिमाग का दही करने वाली टीवी सीरीज बनाई है। जोनाथन ने क्रिस्टोफर की कई फिल्मों पर बहुत ही बारीकी से काम किया है जिनमें मोमेंटो, द डार्क नाइट, द प्रस्टीज, और इंटरस्टेलर जैसी बेहद चर्चित फिल्में शामिल हैं।
इसका नतीजा ये निकला कि जोनाथन ने वेस्टवर्ल्ड जैसी एक बेहद ही दार्शनिक और दिमाग को हिलाकर रख देने वाली सीरीज बना दी। गेम ऑफ थ्रोन्स का थीम म्यूजिक बजते ही अंदर कुछ-कुछ होने लगता है। ऐसा ही कुछ वेस्टवर्ल्ड की थीम में भी है। इसके पीछे कारण ये है कि दोनों का थीम म्यूजिक जर्मनी के कंपोजर Ramin Djawadi ने तैयार किया है। Djawadi का म्यूजिक मुझे खासकर बहुत पसंद है। आप उसे हमेशा सुनना पसंद करेंगे।
वाइकिंग्स सीरीज के मुताबिक दुनिया की खोज से पहले या थोड़ा बाद तक औपचारिक रूप से पुरुषों के मनोरंजन का साधन स्त्रियां हुआ करती थीं (कुछ लोग अभी भी समझते हैं) लेकिन इस सीरीज के मुताबिक अब इंसान ने अपने मनोरंजन के लिए रोबोट तैयार कर लिए हैं। रोबोट जिनमें पुरुष और स्त्रियां दोनों शामिल हैं। वेस्टवर्ल्ड के मुताबिक कोई भी गेस्ट उसकी दुनिया में जा सकता है और मजे कर सकता है। वहां वो चाहें तो रोबोट को मार सकता या उसके साथ कुछ भी कर सकता है।
यहां तक कि पहले ही एपिसोड में दिखाया जाता है कि एक पुरुष व्यक्ति (वेस्टवर्ल्ड के मुताबिक गेस्ट) महिला रोबोट के साथ जबरदस्ती करता है और उसका प्रेमी रोबोट कुछ नहीं कर सकता क्योंकि थीम के मुताबिक रोबोट अपने गेस्ट को नहीं मार सकता। ये रोबोट प्रोग्रामिंग के हिसाब से चलते हैं। इनके लिए कहानियां लिखी जाती हैं और ये उसी के मुताबिक अपने गेस्ट को एंटरटेन करते हैं। लगभग हर दिन इनकी मैमोरी मिटा दी जाती है। हालांकि इसमें ट्विस्ट तब आता है जब इन रोबोट्स को अपने होने या न होने का अहसास होता और ये इमोशन्स को समझने लगते हैं।
कुल मिलाकर अभी दूसरा ही सीजन आया है। लेकिन जहां तक मैंने देखा है उससे पता चलता है कि इंसान जो दिखता है वो होता नहीं है। पहले से जो साफ और नेक दिल का होता है, वेस्टवर्ल्ड के थीम पार्क में जाते ही उसकी हकीकत बाहर आ जाती है क्योंकि यहां उसे किसी से पकड़े जाने का डर नहीं है। किसी कानून का या फिर बड़े माफिया का डर नहीं है। और जहां पकड़े जाने का डर नहीं होता है वहां हमारे यूपी जैसा हाल होता है।
खैर… इतना तो समझ आता है कि लगभग हर किसी के अंदर शैतान भरा है बस उसे उस मौके की तलाश रहती है जहां वो इसे बाहर निकाल सके। क्रिस्टोफर नोलन का भाई होने के नाते जोनाथन ने आपको निराश नहीं किया है। ये सच में देखी जाने वाली सीरीज है। क्योंकि ये जब से बनी है तब से अवॉर्ड ही जीत रही है।